Campion Trophy 2025: भारत ने हाल ही में न्यूज़ीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में हार के बाद अब अपनी नज़रें सीमित ओवरों के क्रिकेट पर टिका ली हैं। आगामी टी20 और वनडे सीरीज इंग्लैंड के खिलाफ खेली जाएगी, जो 22 जनवरी से शुरू होकर 12 फरवरी तक चलेगी। यह सीरीज भारत की आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी की तैयारियों के लिए अहम मानी जा रही है, जो 19 फरवरी से शुरू होगी। भारत का पहला मैच 20 फरवरी को दुबई में खेला जाएगा।
टीम इंडिया का फोकस सीमित ओवरों पर
Campion Trophy 2025: पिछले साल अगस्त में श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज खेलने के बाद भारत ने 50 ओवर के प्रारूप में कोई मैच नहीं खेला है। उस सीरीज में भारतीय टीम को 2-0 से हार का सामना करना पड़ा था। उस समय रोहित शर्मा और विराट कोहली सहित सभी सीनियर खिलाड़ी टीम का हिस्सा थे।
इस बार भी रोहित शर्मा के कप्तानी करने की पूरी संभावना है, जबकि तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को उप-कप्तान बनाया जा सकता है, बशर्ते वह फिट रहें। शार्दुल ठाकुर, श्याम ईयर, हार्दिक पांड्या और अर्शदीप सिंह जैसे सफेद गेंद के विशेषज्ञ भी टीम का हिस्सा होने की उम्मीद है।
Campion Trophy 2025: भारत का ग्रुप और चुनौती
Campion Trophy 2025: भारत को आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में ग्रुप ए में रखा गया है। इस ग्रुप में बांग्लादेश, न्यूज़ीलैंड और पाकिस्तान की टीमें शामिल हैं। भारत ने इस टूर्नामेंट को दो बार जीता है और इस बार भी खिताब की प्रबल दावेदार मानी जा रही है।
इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज: तैयारी का मौका
इंग्लैंड के खिलाफ 6, 9 और 12 फरवरी को नागपुर, कटक और अहमदाबाद में तीन वनडे मैच खेले जाएंगे। इन मैचों में सभी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए संभावित खिलाड़ी भाग लेंगे। यह सीरीज भारत के लिए अपने संयोजन को आज़माने और फॉर्म में लौटने का सुनहरा मौका है।
जसप्रीत बुमराह की फिटनेस चिंता का विषय
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट के दौरान जसप्रीत बुमराह को पीठ में ऐंठन की समस्या हुई थी, जिसके कारण वे अंतिम पारी में गेंदबाजी नहीं कर सके। भारतीय मेडिकल टीम का कहना है कि यह मामूली समस्या हो सकती है और वह छह हफ्तों में फिट हो सकते हैं। लेकिन अगर यह ग्रेड 1 का स्ट्रेस फ्रैक्चर हुआ तो बुमराह लंबे समय के लिए बाहर हो सकते हैं।
चुनौतियों के बीच भारत की संभावनाएं
भारत के लिए यह चुनौतीपूर्ण समय है, क्योंकि हाल ही में टेस्ट क्रिकेट में प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। लेकिन सीमित ओवरों में भारतीय टीम को मजबूत माना जाता है। रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम का प्रदर्शन स्थिर रहा है, और टीम के पास कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं जो मैच का रुख बदल सकते हैं।